डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर टॉप 10 इंस्पिरेंस
भारत के 11 प्रेसिडेंट एवं मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की आज सातवीं पुण्यतिथि है उनके विचार आज भी युवाओं को प्रेरणा देते हैं ।
देश के 11वें राष्ट्रपति का क्या है पूरा नाम
हालांकि देश भर में लोग उन्हें एपीजे अब्दुल कलाम के नाम से जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि उनका पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के परमाणु शस्त्रागार में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए, विशेष रूप से ऐतिहासिक पोखरण -2 परमाणु परीक्षणों में योगदान दिया, जो 1988 में आयोजित किए गए थे. एक एयरोस्पेस वैज्ञानिक होने के साथ ही डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के 11 वें राष्ट्रपति रहें.
एक महान विचारक लेखक एवं साइंटिस्ट्स रहते हुए वे भारत के 11 वे प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की आज सातवीं पुण्यतिथि के मौके पर आज भले ही डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम हमारे मध्य ना हो परंतु उनके जो आदर्श हैं उनके जो संस्कार हैं वह प्रत्येक देशवासी को जीवन में अग्रसर आगे ले जाने में सहायता करेगी और सफलता की सीढ़ियों पर लगातार चलते रहने की प्रेरणा भी देगी ।
एक ऐरोस्पेस वैज्ञानिक होने के संयत्र ही डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने सन 2002 से सन 2007 तक भारत के 11 वे प्रेसिडेंट की भूमिका भी अदा किए है उन्होंने देश की रक्षा में जरूरी योगदान भी दिए हैं एवं रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन एवं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के भी संयत्र भी कार्य किया है भारत में हर कोई उन्हें मिसाइल मैन के नाम से भी जानता है डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत को विश्व शक्ति बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण परमाणु परीक्षण में से एक पोखरण सेकंड में केंद्रीय भूमिका निभाई थी इसके साथ ही उन्होंने देश को आगे ले जाने के लिए भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल और क्षेत्र वाहन टेक्नोलॉजी का विकास भी किया था |
उनकी लिखी किताब विंग्स आफ फायर आज भी अनेकों युवाओं को सपनों की उड़ान सिखा रही है डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था 83 साल की आयु में आईआईएम शिलांग में लेक्चर देते समय 27 जुलाई 2015 को हार्ट अटैक की वजह से उनकी मृत्यु हो गई उनका पूरा नाम डॉ अबुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था आइए डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर उनके कुछ विचारो के बारे मे याद दिलाते हैं ।
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डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के टॉप टेन प्रेरणादायक विचार ।
● ख्वाब वह नहीं होते जो हम सोते में देखते हैं बल्कि ख्वाबों होते हैं जो हमें सोने नहीं देते ।
● हमें जीवन में कभी किसी से हार नहीं माननी चाहिए और समस्या को हमें हराने की अनुमति नहीं देना चाहिए ।
● इस दुनिया में किसी को हराना बहुत ही आसान है परंतु किसी को जितना उतना ही मुश्किल है ।
● पहली बार जीत मिलने पर हमें आराम नहीं करना चाहिए अगर दूसरी बार हार गए तो लोग बोलेंगे कि हमें मिली पहली जीत केवल एक तुक्का है ।
● यदि तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो सबसे पहले सूरज की तरह जलो ।
● विज्ञान मानव के लिए एक खूबसूरत तोहफा है हमें इसे बिगाड़ना नहीं चाहिए ।
● जाने कि आप कहां जा रहे हैं दुनिया में सबसे बड़ी बात यह नहीं जानना है कि हम कहां खड़े हैं हम किस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं ।
● जब आपकी आशाएं एवं सपने एवं लक्ष्य धराशाई हो जाते हैं तो मलबे के मध्य खोज करें आपको खण्डहर में छिपा एक सुनहरा अवसर मिल सकता है ।
● देश का सबसे अच्छा दिमाग कक्षा की आखिरी बेंच पर पाया जा सकता है ।
● यदि आप समय की रेत पर अपने पैरों के निशान छोड़ना चाहते हैं तो अपने पैरों को मत खींचो ।
क्यों कहते हैं अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम देश के सबसे प्रतिभाशाली दिमागों में से एक थे. उन्होंने SLV-III पर काम किया, जो पहला उपग्रह प्रक्षेपण यान था, इसने रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी के चारों ओर कक्षा में स्थापित किया था. वह एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के पीछे भी मुख्य व्यक्ति थे, जिसके बाद उन्हें भारत के मिसाइल मैन के रूप में जाना जाने लगा |
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