गुलाब नबी आजाद ने 50 वर्ष पश्चात छोड़ा कांग्रेश सोनिया गांधी को भेजा 5 पेज का रेजिग्नेशन लेटर
गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की मेंबर शिप पी के साथ सारे पदों से किया रिजाइन आजाद कांग्रेस के भी खुश नेताओं के G 23 समूह में सम्मिलित है एवं बहुत लंबे वक्त से दल में अनेकों चेंजेज करने के लिए कह रहे थे सोनिया गांधी को दिए गए रेजिग्नेशन लेटर ने आजाद ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है ।
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गुलाब नबी आजाद ने बहुत बड़ा झटका दिया कांग्रेस पार्टी को छोड़ने की घोषणा कर दी है उन्होंने शुक्रवार के दिन पार्टी के सारे पद से रेजिग्नेशन को प्रदान करते हुए कांग्रेस की जो प्राथमिकता मेंबर से पी थी उसको भी छोड़ने का फैसला कर लिया है और उसकी घोषणा भी कर दिया आजाद बीते अनेकों दिनों से पार्टी से ना खुश नजर आ रहे थे जो यह सूचना सामने आई है उसके आधार से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि आजाद ने 5 पेज में अपने रेजिग्नेशन लेटर को सोनिया गांधी को सौंप दिया है ।
आजाद कांग्रेस पार्टी से नाखुश नेताओं के G 23 दल में भी सम्मिलित थे । यह दल बहुत ही लंबे वक्त से कांग्रेसमें नेतृत्व के साथ अनेकों प्रकार के चेंजेज की मांग को करते आई है परंतु कुछ दिन पूर्व ही आजाद कि ना खुश होने की वजह से यह बात सामने आई कि जब उन्होंने जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था तो उन्हें कुछ घंटों के पश्चात ही उस पोस्ट से भी रेजिग्नेशन दे दिया था ।
गुलाम नबी आजाद ने सन 1970 के समय में कांग्रेस पार्टी से हाथ मिलाया था यानी कि उनके साथ जुड़े थे सन 1973 में उन्हें जम्मू कश्मीर के भलेसा ब्लाक कांग्रेसका सचिव नियुक्त किया गया था सन 1980 में कांग्रेस से उन्हें टिकट भी प्रथम बार लोकसभा सांसद के रूप में प्राप्त हुआ और वहां से उन्होंने जीत भी प्राप्त की अपने इस पांच दशक के लंबे राजनीति के भविष्य में आजाद जम्मू कश्मीर के सीएम राज्यसभा में कांग्रेस दल के नेता एवं सेंट्रल मिनिस्टर के पद पर भी कार्य कर चुके हैं इसी वर्ष सेंट्रल गवर्नमेंट ने राजनीति में उनके योगदान के लिए उनको पद्मभूषण के पुरस्कार से नवाजा ।
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गुलाम नबी आजाद स्थिति में आखिर लिखे क्या है ।
गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को भेजे गए रेजिग्नेशन में बहुत ही आंतरिक बातें को लिखा है उन्होंने अपने 5 पेज के रेजिग्नेशन लेटर में लिखते हुए कहा है कि AAIC को चला रहे कुछ लोगों के जरिए कंट्रोल कांग्रेस ने इच्छाशक्ति एवं क्षमता को भी दबा दिया है उन्होंने कहा है कि संचालन को भारत जोड़ो यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व कांग्रेस जोड़ो यात्रा को करना अति आवश्यक है ।
आजाद ने आगे पत्र में लिखते हुए सोनिया से कहा है कि सोनिया एवं राहुल के 2014 से अभी तक के संचालन में कांग्रेस पार्टी 49 विधानसभा इलेक्शन में 39 में हार का मुंह देख चुकी है बचे हुए 10 में से मात्र 4 में पार्टी को संपूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ था एवं बचे हुए 6 विधानसभा इलेक्शन में पार्टी गठबंधन के संयंत्र जीत को प्राप्त कर सके अगर गठबंधन ना होता तो वह भी हार जाती ।
मोहम्मद नबी आजाद ने यह भी लिखा था कि सन 2019 के लोक सभा इलेक्शन के पश्चात पार्टी की निरंतर खराब परिस्थिति बनती जा रही है जब जल्दबाजी में राहुल ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया तब आजाद ने लिखा कि आप पुणे दोबारा से कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष बन गई एवं बीते 3 वर्ष से आप इसी पोस्ट पर है ।
आजाद के आधार पर यह सूचना प्राप्त हुई है कि रिमोट कंट्रोल मॉडल जिसने यूपीए गवर्नमेंट की संस्थागत समग्रता को पानी पहुंचाया एवं अब वह इंडियन नेशनल कांग्रेस पर भी लागू कर दिया गया है आप मात्र एक चेहरा है एवं सारे जरूरी निर्णय राहुल गांधी या फिर उनके सिक्योरिटी गार्ड या फिर पिए के जरिए किया जा रहा है ।