सुप्रीम न्यायालय,गुजरात

सुप्रीम न्यायालय का बड़ा निर्णय गुजरात दंगे से संबंधित सारे मामले स्थगित

सुप्रीम न्यायालय का बड़ा निर्णय गुजरात दंगे से संबंधित सारे मामले स्थगित

सुप्रीम न्यायालय ने गुजरात में हुए 2022 के दंगों से संबंधित सारे मैटर को स्थगित कर दिया है सुप्रीम न्यायालय ने कोर्ट के सामने याचिका का एक बैच को भी को लंबित किया था सुप्रीम न्यायालय का यह बताना है कि वक्त बीतने के साथ मैटर अब बेकार हो चुके |

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कब और कहां पर हुआ था गुजरात दंगा

27 फरवरी 2022 के दिन गुजरात के गोधरा में एक ट्रेन को कुछ उपद्रवी ने आग की लपेट में झोंक दिया था ट्रेन के डिब्बे में 59 लोग सवार थे जो कि आग की लपट में आकर के मृत्यु को प्राप्त हो गए थे उस में अधिकतर अयोध्या से लौट कर आए हुए कार सेवक भी थे इस दुर्घटना के पश्चात गुजरात में दंगा भड़क उठा था इस मैटर को लेकर सेंट्रल गवर्नमेंट ने एक कमीशन को हायर किया था जिसका बताना है कि यह मात्र एक दुर्घटना थी इस बयान से बहुत बड़ा मैटर खड़ा हो गया था और कमीशन को असम राजधानी घोषित कर दिया गया इस मैटर में 28 फरवरी 2022 के दिन 71 दंगाई रेस्ट कर लिए गए थे अरे सुबह लोगों के विरुद्ध आतंकवाद निरोधक अध्यादेश लागू कर दिया गया था उसके बाद 25 मार्च 2022 के दिन सारे दोषियों को छोड़ दिया गया था । सुप्रीम न्यायालय ने गुजरात में हुए 2022 के दंगों से संबंधित सारे मैटर को स्थगित कर दिया है |सुप्रीम न्यायालय ने कोर्ट के सामने याचिका का एक बैच को भी को लंबित किया था सुप्रीम न्यायालय का यह बताना है कि वक्त बीतने के साथ मैटर अब बेकार हो चुके |

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2005 से 2011 तक की टाइमलाइन

17 जनवरी 2005 के दिन यू सी बनर्जी विभाग ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी थी कि गोधरा कांड मात्र एक घटना थी उसके बाद 13 अक्टूबर 2006 के दिन गुजरात उच्चतम न्यायालय ने यूसी बनर्जी की समिति को गलत और असंवैधानिक घोषित कर दिया क्योंकि नानावटी सहयोग पूर्व से ही दंगे से संबंधित सारे मैटर की जांच में लगे हुए थे दूसरी और 26 मार्च 2008 के दिन सुप्रीम कोर्ट ने गोधरा कांड को फिर हुए दंगों से संबंधित 8 मीटर की जांच के लिए टीम को हायर कर दिया था 18 सितंबर 2008 के दिन नानावटी विभाग ने गोधरा कांड की जांच सौंप दिया गया इसमें यह भी बताया जाता है कि यह पहले से बनाए हुए योजनाएं थे उसके पश्चात 22 फरवरी 2011 के दिन खास अदालत ने गोधरा कांड में 31 लोगों को अपराधी पाया वही 63 लोगों को छोड़ भी दिया गया ।

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